मुख्य पार्षद व तत्कालीन ईओ पर लगे आरोपों की विभागीय जांच, 200 करोड़ से अधिक की योजनाओं में अनियमितता का आरोप
✒️ परवेज अख्तर / एडिटर इन चीफ
नगर परिषद में जांच टीम की छापेमारी, दस्तावेजों की गहन पड़ताल
सिवान : नगर परिषद की मुख्य पार्षद सेंपी देवी एवं तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी (ईओ) पर लगे गंभीर आरोपों की जांच को लेकर नगर विकास एवं आवास विभाग की दो सदस्यीय टीम गुरुवार को नगर परिषद कार्यालय पहुंची। टीम ने आरोपों से संबंधित प्रपत्रों एवं दस्तावेजों की गहनतापूर्वक जांच की।
जांच टीम में नगर विकास एवं आवास विभाग के अधीक्षण अभियंता (उड़नदस्ता) हरेंद्र कुमार उपाध्याय सहित अन्य पदाधिकारी शामिल थे। विभागीय टीम ने विभिन्न योजनाओं से जुड़े अभिलेखों का सूक्ष्म अवलोकन किया।
बताया गया है कि पूर्व मंत्री विक्रम कुंवर द्वारा विभाग को दिए गए आवेदन में मुख्य पार्षद सेंपी देवी, तत्कालीन ईओ मनीष कुमार, प्रधान सहायक एवं अभियंता पर पद का दुरुपयोग करते हुए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। आवेदन के अनुसार, इन अधिकारियों की मिलीभगत से 200 करोड़ रुपये से अधिक की राशि वाली हजारों योजनाओं में अनियमितता बरतने का आरोप है।
आवेदन में यह भी उल्लेख किया गया है कि सड़क व नाला निर्माण कार्यों में प्राक्कलन घोटाला, वाउचर के माध्यम से भुगतान में गड़बड़ी, डीजल घोटाले एवं कमीशनखोरी के लिए सरकार के दिशा-निर्देशों और विभागीय पत्रों की अनदेखी की गई, जिससे राजस्व को भारी क्षति पहुंची।
इस संबंध में वर्तमान कार्यपालक पदाधिकारी विपिन कुमार ने बताया कि विभागीय टीम द्वारा संबंधित सभी दस्तावेजों का गहन अवलोकन किया गया है और जांच प्रक्रिया जारी है।