✍🏽परवेज़ अख़्तर/एडिटर इन चीफ
सिवान: उर्दू काउंसिल हिंद द्वारा रविवार को एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता काउंसिल के अध्यक्ष डॉ. ख्वाजा एहतेशाम ने की। यह परिषद की कार्यकारिणी समिति की पहली और बेहद खास बैठक थी। प्रारंभ में डॉ. जाहिद सिवानी ने परिषद के सभी पदाधिकारियों का परिचय देते हुए परिषद के लक्ष्यों और उद्देश्यों पर विस्तृत चर्चा की।
बैठक में कार्यकारिणी समिति के सभी सदस्यों ने उर्दू भाषा के साथ हो रहे अन्याय पर अपने-अपने विचार रखे। इस दौरान यह निर्णय लिया गया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भेजे गए 18 सूत्री मांग पत्र की प्रतियां सभी मदरसों में वितरित की जाएं। वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि उर्दू भाषा के विकास के लिए केवल सरकारी प्रयासों पर निर्भर रहना उचित नहीं है। उन्होंने मोहल्लों में उर्दू शिक्षण केंद्रों की स्थापना की आवश्यकता पर बल दिया।
डॉ. जैनब नाज़ ने इस समस्या को रेखांकित किया कि मां की गोद से उर्दू गायब होती जा रही है। उन्होंने कहा कि महिलाएं इस ओर ध्यान दें तो बच्चे उर्दू सीखने की ओर आकर्षित होंगे और उनका उच्चारण भी सुधरेगा।
बैठक में राजा सिंह कॉलेज के उर्दू विभाग के अध्यक्ष इम्तियाज सरमद, मो. सादिक, रेयाज अहमद, मो. फहीम खान, अमजद हुसैन, आरिफ अब्बास, मो. बेलाल, हाफिज अब्दुर्रहमान, खुर्शीद अली और मौलाना ज़फर सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।