✒️ परवेज अख्तर / एडिटर इन चीफ
भोजपुरी गायक भरत शर्मा का बयान — “भाषा को बचाना है तो फूहड़ता का बहिष्कार जरूरी”
रघुनाथपुर (सिवान): भोजपुरी जगत के प्रतिष्ठित गायक और राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित भरत शर्मा ने शुक्रवार को सिवान के रघुनाथपुर प्रखंड अंतर्गत अमहरा गांव में आयोजित एक सम्मान समारोह के दौरान भोजपुरी भाषा के वर्तमान स्वरूप पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि क्षणिक लाभ और बाजारवाद की दौड़ में भोजपुरी संगीत को अश्लीलता की दलदल में धकेला जा रहा है, जिससे इसका गौरव और गरिमा दोनों खतरे में हैं।
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आज के भोजपुरी गीतों और फिल्मों में जरूरत से ज्यादा फूहड़ता, अश्लीलता और बेहूदगी शामिल हो गई है, जो घर-परिवार के साथ बैठकर देखने या सुनने लायक नहीं रह गई है। ऐसे गीत समाज के लिए कोढ़ बन चुके हैं।
भरत शर्मा ने कहा कि भिखारी ठाकुर, महेंद्र मिश्रा जैसे पूर्वजों ने भोजपुरी को जिस ऊंचाई तक पहुंचाया, वह आज के कुछ कलाकारों की अश्लीलता के कारण धूमिल हो रहा है। उन्होंने समाज से आह्वान किया कि ऐसे गीतों और फिल्मों का बहिष्कार करें और अच्छे कलाकारों को प्रोत्साहित करें।
कार्यक्रम के अंत में विश्वकर्मा समाज की ओर से भरत शर्मा को उनके सामाजिक योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस मौके पर भाजपा नेता राज कुमार शर्मा ने कहा कि भोजपुरी संस्कृति को बचाने के लिए समाज को मिलकर प्रयास करना होगा।
समारोह में संजय शर्मा, पीयूष शर्मा, भरत भगत, देवेंद्र शर्मा, गौतम शर्मा, अजीत शर्मा, राजेंद्र शर्मा, विवेक सिंह समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।