✍🏽 परवेज़ अख़्तर/एडिटर इन चीफ
मैरवा थाना क्षेत्र के बरासो गांव के चार दिन पहले से गायब एक अधेड़ व्यक्ति का शव शनिवार की सुबह गांव के निकट झरही नदी तट पर मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान बरासो निवासी रामसुंदर यादव के पुत्र तुलसी यादव के रूप में हुई है। शव मिलने की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पर जमा हो गए और पुलिस को जानकारी दी।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नदी से बाहर निकालकर जांच शुरू कर दी। ग्रामीणों का मानना है कि तुलसी यादव की हत्या कर शव को नदी में फेंक दिया गया है। इस घटना को लेकर गुस्साए ग्रामीणों ने बरासो-सेमरा मुख्य पथ पर शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। वे एसपी को बुलाने और अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। मौके पर पहुंचे एसडीपीओ अजीत प्रताप सिंह चौहान ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराया।
बताया जाता है कि तुलसी यादव 28 जनवरी की शाम करीब सात बजे सेमरा जाने की बात कहकर घर से निकले थे। जब देर रात तक वे वापस नहीं लौटे, तो परिवार वालों ने फोन पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ था। अगले दिन से उनकी खोजबीन शुरू हुई। उनकी पत्नी रीना देवी ने मैरवा थाना में आवेदन देकर जानकारी दी थी कि उनके पति सेमरा की मानवती देवी के घर जाने की बात कहकर निकले थे, लेकिन वहां नहीं पहुंचे। इसके बाद रिश्तेदारों और परिचितों के यहां भी तलाश की गई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
चार दिन बाद 31 जनवरी को किसी ने सूचना दी कि तुलसी यादव को असांव में देखा गया था। अगले दिन जब परिजन वहां जाने की तैयारी कर रहे थे, तभी सूचना मिली कि बरासो और सेमरा गांव के बीच झरही नदी तट पर झाड़ियों में एक शव पड़ा है। ग्रामीणों ने जाकर देखा तो शव की पहचान तुलसी यादव के रूप में हुई। इसके बाद परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया और मामले की जांच शुरू कर दी।
ग्रामीणों के अनुसार, तुलसी यादव एक ओझा थे और झाड़फूंक किया करते थे। आशंका जताई जा रही है कि किसी ने उन्हें इसी काम के लिए बुलाया था और फिर उनकी हत्या कर दी गई। घटना के बाद स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, वहीं आसपास के ग्रामीण उन्हें ढांढस बंधाने में लगे हैं।