✒️ परवेज अख्तर / एडिटर इन चीफ
हजरत सुलेमान पीर बाबा के उर्स मुबारक में उमड़ा जनसैलाब, हिंदू-मुस्लिम एकता का बना प्रतीक
नरकटिया में अरुण कुमार गुप्ता ने की चादरपोशी, मन्नतों के पूरा होने का जताया विश्वास
सिवान : नौतन प्रखंड के नरकटिया गांव स्थित हजरत सुलेमान पीर बाबा के सालाना उर्स मुबारक के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर दूर-दराज से हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और बाबा की दरगाह पर चादरपोशी कर मन्नतें मांगी। माहौल पूरी तरह आस्था और कौमी एकता से सराबोर रहा।

कार्यक्रम की खास बात यह रही कि इसमें सभी धर्मों और समुदायों के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिससे यह आयोजन सामाजिक सौहार्द और भाईचारे का मजबूत उदाहरण बन गया। स्थानीय जनप्रतिनिधियों, राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और आम जनता की मौजूदगी ने इसे और भव्य बना दिया।
अरुण कुमार गुप्ता ने चादर चढ़ाकर मांगी दुआ
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे अरुण कुमार गुप्ता ने हजरत सुलेमान पीर बाबा के मजार पर चादरपोशी की और क्षेत्र की सुख-शांति, विकास और चुनाव में सफलता की दुआ मांगी। उन्होंने कहा कि बाबा की दरगाह आस्था का केंद्र है और यहां आने से आत्मिक शांति मिलती है।

मुखिया अशोक यादव ने जताया भरोसा
नरकटिया पंचायत के मुखिया अशोक यादव ने भी बाबा की दरगाह पर हाजिरी लगाई और मन्नत मांगी कि अरुण कुमार गुप्ता को आगामी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल हो। उन्होंने यह भी कहा कि अगर यह मन्नत पूरी होती है तो हर वर्ष वे बाबा की दरगाह पर चादरपोशी करेंगे। उन्होंने कहा, “यहां की मिट्टी में चमत्कार है, जो भी सच्चे दिल से मन्नत मांगता है, बाबा उसे निराश नहीं करते।”
राजद प्रवक्ता जेडी आलम ने दिया कौमी एकता का संदेश
राजद के प्रखंड प्रवक्ता जेडी आलम ने कहा कि यह आयोजन हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि “उर्स का यह अवसर न सिर्फ धार्मिक श्रद्धा का परिचायक है, बल्कि यह आयोजन आपसी भाईचारे और कौमी एकता को भी मजबूती प्रदान करता है।”
स्थानीय लोगों की भी रही खास भागीदारी
इस आयोजन को सफल बनाने में शौकत शाह, असगर अंसारी, लड्डन साह, गुड्डू अंसारी समेत कई स्थानीय लोगों की अहम भूमिका रही। सभी ने मिलकर उर्स को एक उत्सव के रूप में मनाया और कार्यक्रम की व्यवस्था को सुचारु रूप से संचालित किया।
कव्वाली ने बांधा समां
कार्यक्रम में एक भव्य कव्वाली समारोह का आयोजन भी किया गया, जिसमें दिल्ली से आए मशहूर कव्वाल मोहम्मद ताज और बेबी डिस्को ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को देर रात तक बांधे रखा। उनकी सूफियाना आवाज़ और कलामों ने माहौल को भक्तिभाव और उल्लास से भर दिया।
भव्य मेला बना आकर्षण का केंद्र
हर वर्ष की तरह इस बार भी उर्स के मौके पर एक विशाल मेले का आयोजन किया गया। मेला क्षेत्र में मिठाइयों, खिलौनों, घरेलू सामानों और झूलों की दुकानों की भरमार थी। बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी मेले का भरपूर आनंद लेते दिखे। आसपास के गांवों से आए हज़ारों श्रद्धालुओं ने मेले को यादगार बना दिया।
मन्नतों का केंद्र बनी दरगाह
स्थानीय लोगों का मानना है कि हजरत सुलेमान पीर बाबा की दरगाह मन्नतों का केंद्र है। यहां आने वाले श्रद्धालु सच्चे दिल से जो भी मन्नत मांगते हैं, वह पूरी होती है। यही कारण है कि साल-दर-साल उर्स में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है।
सुरक्षा और व्यवस्था चाक-चौबंद
कार्यक्रम की सफलता में प्रशासन और आयोजन समिति की सक्रिय भूमिका रही। सुरक्षा व्यवस्था के लिए स्थानीय पुलिस बल की तैनाती की गई थी, जिससे कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
हजरत सुलेमान पीर बाबा का उर्स मुबारक एक धार्मिक आयोजन भर नहीं, बल्कि यह सामाजिक समरसता और आपसी भाईचारे का प्रतीक बन गया है। नरकटिया गांव में आयोजित यह कार्यक्रम यह साबित करता है कि सच्ची श्रद्धा और एकता आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है।