भाकपा माले ने मतदाता पुनरीक्षण के खिलाफ निकाला प्रतिवाद मार्च
✒️ परवेज अख्तर / एडिटर इन चीफ
दरौली में विरोध मार्च, गरीबों और अल्पसंख्यकों के मताधिकार छीनने का लगाया आरोप
दरौली (सिवान) : शनिवार को भाकपा माले द्वारा दरौली प्रखंड में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य के विरोध में प्रतिवाद मार्च निकाला गया। माले कार्यकर्ताओं का आरोप था कि इस प्रक्रिया के माध्यम से गरीब, दलित, महादलित, अनपढ़ व अल्पसंख्यक समुदायों को जानबूझकर मतदाता सूची से बाहर किया जा रहा है।
प्रतिवाद मार्च माले कार्यालय से शुरू होकर विभिन्न चौक-चौराहों से होता हुआ थाना मोड़ पहुंचा, जहां एक आमसभा का आयोजन किया गया। सभा की अध्यक्षता भाकपा माले प्रखंड कमेटी के सदस्य कपिलमुनि साह ने की। उन्होंने कहा कि “मोदी सरकार पहले श्रमिकों के अधिकारों को छीन रही थी और अब आम जनता से प्रमाण पत्र की मांग कर मतदान के अधिकार को भी समाप्त करना चाहती है।”
सभा को संबोधित करते हुए लालबाबू पासवान ने निर्वाचन आयोग की मंशा पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बिहार में चल रहे मतदाता पुनरीक्षण अभियान के समय और तरीकों पर गंभीर आपत्तियां हैं। उन्होंने दावा किया कि इस प्रक्रिया के चलते राज्य के 30 प्रतिशत से अधिक लोग आगामी चुनाव में मतदान से वंचित हो सकते हैं।
वक्ताओं ने प्रशासन से मतदाता पुनरीक्षण कार्य को तत्काल प्रभाव से रोकने की मांग की और गरीब तबके के मताधिकार की रक्षा सुनिश्चित करने की अपील की।
इस अवसर पर बबन राजभर, केदारनाथ पंडित, देवशंकर भगत, रामजन्म भगत, राजकिशोर भगत, रामबालक भगत समेत दर्जनों कार्यकर्ता और स्थानीय लोग मौजूद रहे।
