गोरेयाकोठी और तरवारा में सड़क हादसे में दो की मौत, एक घायल
✒️ परवेज अख्तर / एडिटर इन चीफ
तेज रफ्तार और लापरवाही बनी हादसों का कारण, शोक में डूबे परिवार
सिवान : जिले में 24 घंटे के भीतर दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में दो युवकों की मौत हो गई, जबकि एक अन्य युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। दोनों ही घटनाएं गोरेयाकोठी व जीबी नगर तरवारा थाना क्षेत्रों की हैं।
तरवारा में बाइक की आमने-सामने टक्कर में एक की मौत, एक घायल
जीबी नगर तरवारा थाना क्षेत्र के भरतपुरा गांव निवासी दहाड़ी शर्मा के पुत्र विश्वकर्मा शर्मा उर्फ धनु शर्मा की मौत गुरुवार को दीनदयालपुर जीन बाबा के समीप हुई सड़क दुर्घटना में हो गई। वह बाइक से किसी कार्यवश दीनदयालपुर गए थे और लौटते समय विपरीत दिशा से आ रही दूसरी बाइक से आमने-सामने टक्कर हो गई।
इस दुर्घटना में विश्वकर्मा शर्मा की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरी बाइक पर सवार युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय लोगों की मदद से घायल को सिवान सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, लेकिन समाचार प्रेषण तक उसकी पहचान नहीं हो सकी है।
गोरेयाकोठी में ट्रक की चपेट में आकर युवक की मौत
वहीं दूसरी घटना गोरेयाकोठी थाना क्षेत्र के अफराद-गोरेयाकोठी मुख्य मार्ग पर गोपालपुर गांव के समीप घटी, जहां ट्रक की चपेट में आने से मुस्तफाबाद निवासी उपेंद्र यादव गंभीर रूप से घायल हो गया।
घटना बुधवार शाम की है। उपेंद्र किसी काम से छितौली जा रहा था। जैसे ही वह गोपालपुर के पास पहुंचा, एक तेज रफ्तार ट्रक ने उसकी बाइक में टक्कर मार दी।
स्थानीय लोगों ने गंभीर अवस्था में उसे अस्पताल भेजवाया, लेकिन देर शाम इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
ट्रक चालक फरार, वाहन जब्त
घटना के बाद ट्रक चालक वाहन छोड़कर मौके से फरार हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है।
कांग्रेस नेता डॉ. ख्वाजा एहतेशाम पहुंचे अस्पताल
घटना की सूचना मिलते ही कांग्रेस नेता डॉ. ख्वाजा एहतेशाम अहमद सदर अस्पताल पहुंचे और पीड़ित परिवार को सांत्वना देने के साथ प्रशासनिक अधिकारियों से बात कर समस्या का समाधान कराने की कोशिश की।
घर पहुंचते ही गमगीन हुआ माहौल
गुरुवार को जब उपेंद्र यादव का शव पोस्टमार्टम के बाद घर पहुंचा, तो पत्नी मीरा देवी, मां, बेटे अंकुश और बेटी अनुष्का का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। सबसे छोटा बेटा अयांश अभी मासूमियत में इन सब दुखद घटनाओं से बेखबर मां की गोद में था।
लोग चर्चा कर रहे थे कि उपेंद्र ने बचपन में ही अपने पिता को खोया था और अब उसके बच्चों के सिर से भी पिता का साया उठ गया।
स्थानीय लोगों की नाराजगी और मांग
घटनास्थल पर आसपास के लोग काफी नाराज दिखे। उन्होंने कहा कि प्रशासन को अब ट्रैफिक नियंत्रण के लिए संवेदनशील जगहों पर स्पीड ब्रेकर बनवाने चाहिए। यदि समय रहते यह कदम उठाए जाते, तो आज एक घर उजड़ने से बच सकता था।
