मांझी थाना विवाद में बड़ी कार्रवाई: थानाध्यक्ष समेत तीन पुलिसकर्मी निलंबित
✒️ परवेज अख्तर / एडिटर इन चीफ
SSP डॉ. कुमार आशीष ने दिखाई सख्ती, 5 दिन में मांगा स्पष्टीकरण
सारण: सारण के वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष ने एक गंभीर मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए मांझी थाना के थानाध्यक्ष अमित कुमार समेत तीन पुलिस पदाधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन की यह कार्रवाई आवेदिका की शिकायत और जांच में सामने आई पुलिसिया मनमानी और दुर्व्यवहार के आधार पर की गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 14 जून को वरीय पुलिस अधीक्षक को एक महिला आवेदिका ने आवेदन देकर आरोप लगाया कि मांझी थाना की पुलिस ने उनके और उनके परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट की। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एकमा) से जांच कराई।
जांच में सामने आया कि मांझी थाने की प्र०पु०अ०नि० आरती कुमारी विगत एक वर्ष से आवेदिका के घर में किराये पर रह रही थीं। इसी दौरान अपहरण के एक केस (कांड सं. 273/22) की जांच अधिकारी भी वही थीं। बरामदगी के बाद कोर्ट के निर्देश पर अपहृता को ससुराल भेजने के बाद से ही मकान मालिक परिवार से उनका विवाद शुरू हो गया।
13 जून को मकान खाली करने को लेकर आवेदिका के देवर अरुण कुमार व आरती कुमारी के बीच विवाद हुआ। आरती कुमारी ने थाने को सूचना दी। इसके बाद थानाध्यक्ष अमित कुमार, पु.अ.नि. विपुल कुमार सिंह व बल के साथ बिना जांच के आवेदिका के घर पहुंचे और बल प्रयोग कर अरुण कुमार व मोनु कुमार को पकड़कर थाने ले आए। तत्पश्चात आरती कुमारी के आवेदन पर मुकदमा दर्ज किया गया और दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
मामले में एसएसपी को सौंपी गई रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि आरती कुमारी ने बढ़ा-चढ़ाकर आरोप लगाए और थानाध्यक्ष ने जांच किए बिना गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया। घटना से पुलिस की छवि धूमिल हुई है।
इस आधार पर SSP डॉ. कुमार आशीष ने थानाध्यक्ष अमित कुमार, पु.अ.नि. विपुल कुमार सिंह और प्र.पु.अ.नि. आरती कुमारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए 5 दिनों में स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है।
