सिसवन ढाला बना शहर की रफ्तार पर ब्रेक, जाम से बेहाल लोग
✒️ परवेज अख्तर / एडिटर इन चीफ
सिवान : शहर में यातायात जाम की समस्या भले ही आम बात हो, लेकिन जंक्शन के पूरब स्थित सिसवन ढाला ने शहर की रफ्तार को पूरी तरह से थाम दिया है। यह रेलवे फाटक, जो जिले के दक्षिणांचल को शहर से जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर स्थित है, प्रतिदिन हजारों लोगों के लिए मुसीबत बन चुका है।
इस ढाले पर अक्सर एक साथ कई ट्रेनों को पास कराया जाता है, जिससे फाटक देर तक बंद रहता है और लोगों को घंटों जाम में फंसे रहना पड़ता है। खासकर सिसवन की ओर से आने-जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी होती है। फाटक बंद होने पर दोनो तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं और स्थिति बेहद विकट हो जाती है।
यहां जाम की स्थिति सप्ताह के सातों दिन बनी रहती है। मालूम हो कि सिसवन ढाले के पास ही रेलवे का मालगोदाम स्थित है, जहां दिनभर मालगाड़ियों की लोडिंग और अनलोडिंग होती रहती है। इस कारण कई बार फाटक घंटों बंद रहता है।
जल्दी पहुंचने की होड़ में साइकिल व बाइक सवार फाटक के नीचे से अपनी जान जोखिम में डालकर पार करने की कोशिश करते हैं। कई बार लोग ट्रेन के बहुत करीब पहुंच जाते हैं, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है।
गेटमैन ट्रेनों के ससमय संचालन के लिए फाटक को पहले से ही बंद कर देता है, जिससे जाम की समस्या और अधिक गंभीर हो जाती है। पास ही शहर के कई विद्यालय और महाविद्यालय हैं, जिससे छात्र-छात्राओं को भी प्रतिदिन परेशानी झेलनी पड़ती है।
स्थानीय लोगों की मांग है कि सिसवन ढाले पर शीघ्र ही ओवरब्रिज का निर्माण कराया जाए ताकि शहर के आवागमन को राहत मिल सके और फाटक पर जान जोखिम में डालकर आवागमन करने की नौबत न आए।
