शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक तिथि के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित
✒️ परवेज अख्तर / एडिटर इन चीफ
सिवान: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक तिथि के अवसर पर रविवार को शहर के पंच मंदिर स्थित तरुण व्यवसाय शाखा के तत्वावधान में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य वीरता, स्वाभिमान और सांस्कृतिक गौरव की भावना को जागृत करना था। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों, युवाओं और स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान और ध्वज वंदन से हुई। इसके बाद शाखा के स्वयंसेवकों द्वारा विभिन्न शारीरिक प्रदर्शन प्रस्तुत किए गए। साथ ही बौद्धिक सत्रों का आयोजन कर शिवाजी महाराज के जीवन, उनके अद्भुत शौर्य, रणनीतिक कौशल और धर्म-संरक्षण के प्रयासों पर प्रकाश डाला गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरएसएस के जिला संचालक डॉ. विनय कुमार सिंह ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज भारतीय इतिहास के वह सूर्य हैं, जिनकी किरणें आज भी हमें प्रेरणा देती हैं। उनका राज्याभिषेक केवल एक राजा के ताज पहनने की घटना नहीं थी, बल्कि यह भारतीय आत्मगौरव की पुनः स्थापना का क्षण था। उन्होंने विदेशी आक्रांताओं का डटकर सामना किया और हिंदवी स्वराज की नींव रखी।
विभाग कार्यवाह प्रभात रंजन ने अपने संबोधन में कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने यह सिद्ध कर दिया कि किसी भी राष्ट्र की शक्ति केवल उसकी सेना या संसाधनों में नहीं होती, बल्कि उस राष्ट्र की संस्कृति, मूल्यों और उसके नागरिकों की निष्ठा में होती है।
मनोज कुमार गुप्ता ने कहा कि शिवाजी महाराज के सिद्धांत आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने उस समय थे। उनके विचार आज के युवाओं को अनुशासन, साहस और नेतृत्व की प्रेरणा देते हैं।
कार्यक्रम में जिला सह जिला कार्यवाह विनोद कुमार, नगर संचालक अशोक अग्रवाल, अनीश अग्रवाल, मनीष सोनी, संतोष प्रसाद, रवि, बामदेव वर्मा सहित कई अन्य स्वयंसेवक और नगरवासी उपस्थित रहे।
