बैंक कर्मियों की राष्ट्रीय हड़ताल को सफल बनाने सिवान में जुटे कर्मचारी, 9 जुलाई को देशभर में ठप रहेगा काम
✒️ परवेज अख्तर / एडिटर इन चीफ
सिवान क्लस्टर की बैठक में उठी निजीकरण विरोध, स्टाफ बहाली और पुरानी पेंशन बहाली की मांग
सिवान: बैंक ऑफ इंडिया एम्प्लाई यूनियन बिहार स्टेट द्वारा 1 जून को सिवान क्लस्टर में आयोजित बैठक में 9 जुलाई 2025 को होने वाली राष्ट्रव्यापी हड़ताल की तैयारियों को लेकर रणनीति बनाई गई। बैठक का संचालन सहायक सचिव कॉमरेड सुशांत कुमार ने किया, जबकि महासचिव प्रफुल्ल कुमार ने हड़ताल के मुद्दों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
बैठक में निर्णय लिया गया कि राष्ट्रीयकृत बैंकों और बीमा कंपनियों के निजीकरण और विनिवेश के खिलाफ, तथा कर्मचारियों की बहाली, सेवा शर्तों में सुधार और पुरानी पेंशन की बहाली जैसे प्रमुख मुद्दों को लेकर हड़ताल पूरी मजबूती से की जाएगी। वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान सरकार शिक्षा प्राप्त बेरोजगारों को स्थायी नौकरी देने के बजाय अप्रेंटिसशिप और आउटसोर्सिंग थोप रही है, जो देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
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प्रमुख मांगें इस प्रकार रहीं:
- पब्लिक सेक्टर बैंकों और बीमा कंपनियों को मजबूत किया जाए
- एलआईसी और बीमा क्षेत्र में निजीकरण व 100% एफडीआई को रोका जाए
- आउटसोर्सिंग व ठेका प्रणाली समाप्त की जाए
- पर्याप्त लिपिक व चतुर्थवर्गीय कर्मियों की बहाली हो
- पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए
- सेवा शुल्क घटाए जाएं व बीमा प्रीमियम पर जीएसटी हटे
- ट्रेड यूनियन अधिकारों का सम्मान हो
- 5 दिवसीय कार्य प्रणाली लागू की जाए
बैठक में चेयरमैन बी.बी. ओझा, सहायक कोषाध्यक्ष रवि कुमार, सहायक सचिव बागेश राम व विनोद कुमार समेत बड़ी संख्या में कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी ने एकजुट होकर 9 जुलाई की हड़ताल को सफल बनाने का संकल्प लिया। वक्ताओं ने भरोसा जताया कि संगठन आने वाले कठिन समय में सदस्यों के साथ पूरी मजबूती से खड़ा रहेगा।
