✒️ परवेज अख्तर / एडिटर इन चीफ
भगवानपुर हाट प्रखंड में महम्मदपुर, कौड़ियां, नगवां व बहियारा चंवर का किया दौरा, वैज्ञानिकों ने बताया मछली पालन की अपार संभावनाएं
भगवानपुर हाट (सिवान) : केंद्र सरकार की चंवर मत्स्यकी विकास योजना के अंतर्गत बुधवार को सिवान जिले के विभिन्न चंवरों और तालाबों का निरीक्षण केंद्रीय वैज्ञानिक टीम द्वारा किया गया। टीम में सिफरी बैरकपुर (पश्चिम बंगाल) के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. अर्चन कुमार दास, वरीय वैज्ञानिक डॉ. लियांग्यू अमूलिया, उप मत्स्य निदेशक (सारण) सुमन कुमार एवं जिला मत्स्य पदाधिकारी अर्चना कुमारी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
निरीक्षण के दौरान भगवानपुर हाट प्रखंड के महम्मदपुर, कौड़ियां, नगवां एवं बहियारा चंवर का दौरा किया गया। वैज्ञानिकों ने चंवरों में पानी व मिट्टी की गुणवत्ता की जांच की और मछली पालन की संभावनाओं का मूल्यांकन किया।
डॉ. अर्चन कुमार दास ने बताया कि केंद्र सरकार सिवान के चंवरों को मत्स्य उत्पादन के योग्य बनाकर किसानों को आत्मनिर्भर बनाना चाहती है। उन्होंने इसे “नीली क्रांति” की दिशा में एक बड़ा कदम बताया। अविकसित चंवर भूमि को मछली पालन योग्य बनाकर रोजगार और उत्पादन दोनों में वृद्धि की योजना है।
निरीक्षण के दौरान महम्मदपुर व बहियारा में ड्रोन कैमरे से वीडियोग्राफी करायी गई। स्थानीय मत्स्य पालक मनोज सहनी, ललित मोहन और शिवप्रसाद सहनी ने वैज्ञानिकों से मत्स्य पालन में आ रही समस्याओं को साझा किया।
इस मौके पर मत्स्य प्रसार पदाधिकारी अमरजीत कुमार, मत्स्य विकास पदाधिकारी अभिजीत कुमार, प्रवीण कुमार और मनोज कुमार भी उपस्थित रहे।
