✒️ परवेज अख्तर / एडिटर इन चीफ
पटना के अपोलो अस्पताल में ली अंतिम सांस, जनवादी लेखक संघ ने शोक प्रस्ताव पास कर दी श्रद्धांजलि
सिवान : हिंदी और भोजपुरी साहित्य के लब्धप्रतिष्ठ लेखक, दर्जनों पुस्तकों के रचयिता, अनेक पत्र-पत्रिकाओं के संपादक और जेडए इस्लामिया कॉलेज के प्राध्यापक डॉ. तैयब हुसैन ‘पीड़ित’ का रविवार को पटना स्थित अपोलो अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन से सिवान के साहित्यिक एवं शैक्षणिक जगत में गहरा शोक व्याप्त है।
डॉ. पीड़ित तेरह वर्षों तक भोजपुरी विकास मंडल के सचिव रहे। साथ ही उन्होंने अनेक सांस्कृतिक और साहित्यिक संस्थाओं में सक्रिय भूमिका निभाई। कई राज्य सरकारों और साहित्यिक संगठनों ने उन्हें उनके अमूल्य लेखन कार्य के लिए सम्मानित किया था।
उनका जन्म सारण जिले के मिर्जापुर बसंत (अवतार नगर) गांव में एक साधारण परिवार में हुआ था। कठिन परिस्थितियों में शिक्षा प्राप्त कर उन्होंने न केवल खुद को स्थापित किया, बल्कि अपने भाइयों-बहनों को भी उच्च शिक्षा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अपने सरल, सहज और प्रभावशाली अध्यापन शैली के कारण वे छात्रों में बेहद लोकप्रिय थे।
उनकी स्मृति में जनवादी लेखक संघ, सिवान द्वारा शोकसभा का आयोजन कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
शोकसभा में जलेस के राज्य उपाध्यक्ष व वरिष्ठ शायर कमर सिवानी, सचिव मार्कंडेय, डॉ. हारुन शैलेंद्र, युगल किशोर दबे, प्रो. उपेंद्र नाथ यादव, अरुण कुमार सिंह, डॉ. ब्रज नंदन किशोर, सीनेट सदस्य प्रो. महमूद हसन अंसारी, वरिष्ठ अधिवक्ता मणिष प्रसाद सिंह, डॉ. प्रजापति त्रिपाठी, डॉ. अरविंद सिन्हा, डॉ. राम सुंदर चौधरी, डॉ. संदीप यादव, डॉ. एहतेशाम, डॉ. इलतेफात अमजदी, लोक कवि लाइची हरिराही, डॉ. अनिल कुमार श्रीवास्तव, डॉ. जगन्नाथ प्रसाद, सुनील कुमार सिंह सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
