✒️ परवेज अख्तर / एडिटर इन चीफ
सिवान सिविल कोर्ट परिसर में हुआ आयोजन, कुल 13 न्यायिक बेंचों ने निभाई भूमिका
सिवान : राज्य एवं राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार शनिवार को सिवान सिविल कोर्ट परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन हुआ, जिसमें कुल 822 मामलों का निष्पादन किया गया।
इसमें सबसे अधिक 454 मामले बैंकों से संबंधित थे, जबकि 357 फौजदारी व ग्राम कचहरी से जुड़े मामले भी सुलझाए गए। ग्राम कचहरी के 59 मामले विशेष रूप से निष्पादित किए गए। फौजदारी मामलों में कई अनुपस्थित पक्षों से वीडियो कॉलिंग के माध्यम से संपर्क कर निपटारा किया गया।
बैंकों ने इस अवसर पर कुल 1.82 करोड़ रुपये की वसूली का लक्ष्य रखा था, जिसके अंतर्गत किस्त योजना के माध्यम से देनदारों को भुगतान की सुविधा देकर मामले सुलझाए गए।
कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष मोतीश कुमार ने किया। उन्होंने इसे लंबित मामलों के निपटारे का “महापर्व” करार देते हुए कहा कि लोक अदालत के माध्यम से सुलह-समझौते के आधार पर न्यायिक प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाया जा सकता है।
कार्यक्रम का संचालन प्राधिकरण के सचिव न्यायाधीश सुनील कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक भी मौजूद रहे।
लोक अदालत में मामलों के निष्पादन हेतु कुल 13 न्यायिक बेंच गठित की गई थीं, जिनमें विभिन्न न्यायिक पदाधिकारी जैसे प्रिंसिपल जज मनोज कुमार, अपर जिला जज संतोष कुमार, शशिभूषण कुमार, सिविल जज वरीय कोटि अभिषेक कुमार, हेमंत कुमार, बबीता कुमारी, अमन पपनानी, एसडीजेएम सुरभि सिंघानिया आदि शामिल थे।
बेंचों के सहयोग हेतु पैनल अधिवक्ताओं की भी तैनाती की गई थी, जिनमें प्रमुख रूप से मनोज कुमार सिंह, अनिल मणि त्रिपाठी, अनिल कुमार सिंह, गणेश राम, परशुराम सिंह, संगीता सिंह, प्रमोद रंजन, जीवनाथ पाठक, कुमार रजनीश आदि ने अपनी भूमिका निभाई।
