✒️ परवेज अख्तर / एडिटर इन चीफ
प्रयागराज में इलाज के दौरान हुआ निधन, गांव चांप में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
पचरुखी (सिवान) : सीआरपीएफ जवान अशोक कुमार पाठक का पार्थिव शरीर जैसे ही गुरुवार को उनके पैतृक गांव चांप पहुंचा, माहौल गमगीन हो गया। स्वजनों के करुण क्रंदन और ग्रामीणों की भीड़ से पूरा गांव शोकमग्न हो उठा। जवान को अंतिम विदाई देने के लिए भारी संख्या में लोग उमड़ पड़े।
जवान का अंतिम संस्कार गांव में राजकीय सम्मान के साथ किया गया। सीआरपीएफ के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस दौरान पत्नी संध्या पाठक, पुत्र अंश पाठक, पुत्री सारण्य, स्तुति व पीहू पाठक का रो-रोकर बुरा हाल था। अशोक कुमार पाठक प्रयागराज में सीआरपीएफ में हवलदार के पद पर तैनात थे और लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे। उनका इलाज टाटा अस्पताल में चल रहा था।
एक मई को तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर स्वजन उन्हें प्रयागराज के कमला नेहरू अस्पताल लेकर गए, जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। वे तीन भाइयों में मंझले थे। उनके पिता स्व. सुरेंद्र पाठक पुलिस विभाग में दानापुर में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत थे।
अशोक पाठक की पहली पोस्टिंग जमशेदपुर, दूसरी श्रीनगर के डेल्टा गेट (4 नवंबर 2001), तीसरी याकुरा श्रीनगर में (25 नवंबर 2003) और अंतिम पोस्टिंग जनवरी 2025 में प्रयागराज में हुई थी। उनके निधन से क्षेत्र में शोक की लहर है। ग्रामीणों ने स्वजनों को ढाढ़स बंधाया और नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
