✍🏽परवेज़ अख़्तर/एडिटर इन चीफ
सिवान: पचरुखी थाना क्षेत्र के मंद्रापाली में दो मदरसा शिक्षकों पर चाकू से हुए हमले में एक की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कांड का उद्भेदन कर लिया और साजिश में शामिल आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार युवक मृत दिलशाद का घायल दोस्त, पचरुखी थाना क्षेत्र के मंद्रापाली निवासी मौलाना अब्दुल बारी रजा है।
पुलिस पूछताछ के दौरान अब्दुल बारी रजा ने खुलासा किया कि उसने दिलशाद की हत्या उधार लिए गए 50 हजार रुपये न लौटाने की वजह से की। उसने बताया कि दिलशाद उर्फ असजद रजा रुपये देने में आनाकानी कर रहा था, जिससे गुस्से में आकर उसने उसे मारने की योजना बनाई। शनिवार रात दारौंदा रेलवे स्टेशन से दिलशाद को ऑटो में बैठाकर मंद्रापाली लाया। घटनास्थल से एक किलोमीटर पहले ही दिलशाद को उतारकर उसने ऑटो चालक को अपने मोबाइल से ऑनलाइन भुगतान कर दिया।
ऑटो चालक के जाने के बाद दोनों पैदल घटनास्थल तक पहुंचे, जहां मौलाना अब्दुल बारी रजा ने मौका देखते ही दिलशाद पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला कर दिया और गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने अभियुक्त अब्दुल बारी रजा को गिरफ्तार कर लिया है और उसके पास से हत्या में प्रयुक्त चाकू, एक मोबाइल और खून से सना कपड़ा बरामद किया है।
पुलिस अधीक्षक अमितेश कुमार ने बताया कि पहले जख्मी अब्दुल बारी रजा के बयान के आधार पर पुलिस ने नामजद अभियुक्त अशरफ मंसूरी सहित छह अन्य लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया था। जांच के दौरान अब्दुल बारी रजा ने दावा किया था कि दारौंदा स्टेशन से दिलशाद और अशफ अली के साथ स्कॉर्पियो से मंद्रापाली आया था, लेकिन साक्ष्यों के आधार पर पुष्टि हुई कि वे ऑटो रिक्शा से आए थे।