✍🏽परवेज़ अख़्तर/एडिटर इन चीफ
जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में तीन फरवरी को आयोजित बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा की तैयारियां जोरों पर हैं। पूजा आयोजन को लेकर विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों और अन्य स्थानों पर बच्चों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। बच्चे पूजा पंडाल के निर्माण और सजावट में पूरी तरह जुटे हुए हैं, वहीं पूजा स्थलों को फूल, झालर और रंग-बिरंगी लाइटों से भव्य रूप दिया जा रहा है।
पूजा सामग्री की खरीदारी के लिए बाजारों में दिनभर गहमागहमी रही। फल, राशन, श्रृंगार प्रसाधन और मिट्टी के बर्तनों की दुकानों पर सुबह से देर शाम तक भीड़ उमड़ती रही। जानकारी के अनुसार, बड़हरिया प्रखंड के पंडित दीनदयाल नगर में करीब पांच लाख की लागत से बना पूजा पंडाल आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, जिसकी भव्य सजावट लोगों को खासा लुभा रही है।
इसके अलावा, अन्य प्रखंडों में भी बच्चों द्वारा छोटे-बड़े पूजा पंडालों का निर्माण किया जा रहा है। मूर्तिकारों के यहां से मां सरस्वती की प्रतिमाएं वाहनों के जरिए पूजा पंडालों तक पहुंचाई जा रही हैं। मूर्ति खरीदने के लिए भी बच्चों और युवाओं की भीड़ उमड़ रही है। मूर्तिकारों के अनुसार, प्रतिमाओं की कीमत 500 रुपये से 5000 रुपये तक है, जिसे लोग अपनी पसंद और बजट के अनुसार खरीद रहे हैं।
सरस्वती पूजा को लेकर बसंतपुर, बड़हरिया, भगवानपुर हाट, दारौंदा, आंदर, सिसवन, मैरवा, गुठनी, हसनपुरा और गोरेयाकोठी समेत अन्य प्रखंडों में भी चहल-पहल बढ़ गई है।