✍🏽 परवेज़ अख्तर/एडिटर इन चीफ
सिवान: शहर के दक्खिन टोला स्थित एक मैरिज हॉल में छात्र युवा संघर्ष मोर्चा के बैनर तले छात्र युवा पंचायत का आयोजन किया गया। पंचायत की अध्यक्षता युवा कांग्रेस के जिला सचिव सलमान सिद्दीकी, एनएसयूआई के संस्कार राय और आइसा जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने संयुक्त रूप से की।
इस अवसर पर कांग्रेस के प्रदेश प्रतिनिधि सुशील कुमार ने 31 जनवरी को पटना विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले छात्र-युवा संसद में बड़ी संख्या में नौजवानों से शामिल होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सरकार खुद बीपीएससी परीक्षा में धांधली की बात स्वीकार कर चुकी है। डॉ. के. एहतेशाम ने कहा कि बीपीएससी अभ्यर्थियों का संघर्ष केवल एक परीक्षा का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह न्याय और पारदर्शिता की मांग है। उन्होंने सवाल किया कि अगर परीक्षा में गड़बड़ी नहीं हुई होती तो मुख्यमंत्री को इस विषय पर बात करने में क्या दिक्कत है।
रेलवे यूनियन के नेता विनोद रंजन गिरी ने कहा कि छात्रों और युवाओं का संघर्ष पूरी तरह न्यायोचित है। उन्होंने कहा कि सरकार का दमनकारी रवैया किसी भी लोकतांत्रिक देश में स्वीकार्य नहीं हो सकता। आरवाईए के नेता अमित कुमार ने कहा कि भाजपा-जदयू सरकार छात्रों और युवाओं के संघर्ष को दबाने की कोशिश कर रही है, लेकिन यह संघर्ष रुकने वाला नहीं है।
बैठक में एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक खालिद जमशेद सहित कई प्रमुख छात्र नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे। उपस्थित नेताओं में राजेंद्र प्रसाद, आशुतोष कुमार, राधेश्याम शर्मा, अहमद नवाज, आनंद मिश्रा, अरविंद यादव, सुशील सोनी, अब्दुल फहद, राहुल, सोनू कुशवाहा, इमामुद्दीन, सुनील, दानिश, विवेक, अंकित, प्रकाश, संजीव, आकाश, मो. तलहा और तौकीर शामिल थे।