✒️ परवेज अख्तर / एडिटर इन चीफ
मौलाना इमरान बोले – “देश के लिए बलिदान देने वाले सच्चे हीरो होते हैं”
सिवान : जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से मुकाबला करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए वसीलपुर निवासी शहीद रामबाबू सिंह को लेकर पूरे देश में जहां शोक और गर्व की भावना है, वहीं सीवान जिले में श्रद्धांजलियों का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में ऑल मदरसा युवा शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष मौलाना इमरान ने भी शहीद को “खिराजेअकीदत” (श्रद्धांजलि) अर्पित करते हुए उन्हें भारत का सच्चा सपूत बताया।
मौलाना इमरान ने कहा,
“शहीद रामबाबू सिंह ने देश की रक्षा करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। उनकी वीरता, साहस और निष्ठा आज के युवाओं के लिए प्रेरणा है। ऐसे सपूतों के कारण ही हमारा देश सुरक्षित और मजबूत बना हुआ है। हम उनके परिवार के दुःख में पूरी संवेदना के साथ सहभागी हैं ।
गांव में उमड़ा जनसैलाब, गूंजे जयकारे
बुधवार को जैसे ही शहीद रामबाबू सिंह का पार्थिव शरीर सेना के तिरंगे में लिपटा हुआ वसीलपुर गांव पहुंचा, माहौल गमगीन हो गया। लेकिन इसी गम के बीच गर्व की भावना भी उतनी ही प्रबल थी। ‘भारत माता की जय’, ‘वीर जवान अमर रहें’, ‘रामबाबू सिंह अमर रहें’ जैसे नारों से पूरा गांव गूंज उठा।
शहीद रामबाबू सिंह वर्ष 2017 में भारतीय सेना में शामिल हुए थे। उन्हें शुरुआत में जम्मू में पोस्टिंग मिली थी। हाल ही में उनका तबादला जयपुर के लिए प्रस्तावित था, लेकिन पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के कारण उन्हें पुंछ सेक्टर में ही रोका गया था। यहीं पर उन्होंने आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर में हिस्सा लेते हुए वीरगति प्राप्त की।
उनकी बहादुरी की गाथा केवल सिवान नहीं, पूरे बिहार और देश के लिए गर्व की बात है। उनके पिता रामविचार सिंह ग्राम पंचायत के पूर्व उपमुखिया रह चुके हैं और परिवार का सामाजिक योगदान भी सराहनीय रहा है।