✍🏽 परवेज़ अख्तर/एडिटर इन चीफ
सिवान : जिले में अलग-अलग सड़क हादसों में 24 घंटे के भीतर दो किशोरों की मौत हो गई, जिससे उनके परिवारों में मातम छा गया। दोनों घटनाओं के बाद स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया, वहीं पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
पहली घटना – अनियंत्रित पिकअप की चपेट में आया 12 वर्षीय मुन्ना आलम
पहली दुर्घटना जामो थाना क्षेत्र के भलुई गांव में सोमवार सुबह हुई, जब मांझी-बरौली हाईवे पर तेज रफ्तार और अनियंत्रित पिकअप वैन ने 12 वर्षीय मुन्ना आलम को कुचल दिया। मृतक नेसार अहमद का पुत्र था और ट्यूशन पढ़कर घर लौट रहा था, जब विपरीत दिशा से आती पिकअप वैन ने नियंत्रण खो दिया और उसे टक्कर मार दी।
हादसे के बाद चालक वाहन छोड़कर मौके से फरार हो गया। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गांव के ही किसी व्यक्ति ने चालक को भागने में मदद की। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया और स्थानीय पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी।
सूचना मिलते ही जामो थानाध्यक्ष अभिनंदन यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे, लेकिन भीड़ शांत नहीं हो रही थी। बाद में महाराजगंज सर्किल इंस्पेक्टर अमरेंद्र कुमार ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मदद से लोगों को शांत कराया और सड़क जाम हटवाया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच शुरू कर दी।
दूसरी घटना – ट्रैक्टर की टक्कर से 17 वर्षीय आदित्य कुमार की मौत
दूसरी घटना दारौंदा थाना क्षेत्र के पसीवर बाजार के पास सिवान-पैगंबर मुख्य मार्ग पर रविवार देर शाम हुई। 17 वर्षीय आदित्य कुमार, जो खम्हौरा निवासी विजय कुमार का बेटा था, अपनी बाइक से खरीदारी कर लौट रहा था, जब एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने उसे टक्कर मार दी।
गंभीर रूप से घायल आदित्य को पहले स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उसे गोरखपुर रेफर कर दिया। इलाज के दौरान सोमवार सुबह उसकी मौत हो गई। जैसे ही शव गांव पहुंचा, परिवार में कोहराम मच गया।
मृतक इंटर का छात्र था और परिवार में उसकी मौत से मां पूनम देवी, पिता विजय कुमार, दादा रामेश्वर कुमार, बहन रागिनी कुमारी और भाई आयुष कुमार का रो-रोकर बुरा हाल है।
इन दोनों दर्दनाक हादसों ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस दोनों मामलों की जांच कर रही है और दोषियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।