✍🏽 परवेज़ अख़्तर/एडिटर इन चीफ
भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के बड़कागांव पंचायत के वार्ड संख्या दो के सदस्य जसीम अकरम की गुमशुदगी की प्राथमिकी पांच दिन बाद हत्या में बदल गई। बुधवार को बसंतपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित खंडहरनुमा एक सरकारी आवास में उनका शव क्षत-विक्षत हालत में मिला। वार्ड सदस्य चार दिनों से लापता थे। इसको लेकर उनकी पत्नी नाजिया बेगम ने भगवानपुर थाना में गुमशुदगी की प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
बुधवार को शव मिलने के बाद मृतक के स्वजन पुलिस की कार्यशैली पर नाराजगी जताते हुए वरीय अधिकारियों को बुलाने की मांग कर रहे थे। सूचना मिलने पर एसपी अमितेश कुमार ने घटनास्थल पर पहुंचकर भगवानपुर और बसंतपुर के थानाध्यक्षों, मृतक के स्वजनों और अन्य स्थानीय लोगों से पूछताछ की। उन्होंने मामले की गंभीरता से जांच के लिए आवश्यक निर्देश दिए। एसडीपीओ राकेश कुमार रंजन के नेतृत्व में भगवानपुर और बसंतपुर थानाध्यक्ष जांच में जुट गए हैं। पुलिस के अनुसार, मृतक के कपड़ों और टैटू के आधार पर उसकी पहचान हुई।
एसपी ने की जांच
बसंतपुर थाना और प्रखंड मुख्यालय स्थित खंडहरनुमा सरकारी आवास परिसर में बुधवार को क्षत-विक्षत अवस्था में मिले जसीम अकरम का शव गुरुवार को भी चर्चा का विषय बना रहा। बुधवार रात एसपी अमितेश कुमार ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की और त्वरित अनुसंधान के लिए पुलिस अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान महाराजगंज अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राकेश कुमार रंजन भी उपस्थित थे।
थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि मृतक के स्वजनों ने अब तक कोई आवेदन नहीं दिया है। संभव है कि गुमशुदगी की प्राथमिकी में ही हत्या के मामले को जोड़ा जाए। स्थानीय चाय दुकानों और बाजारों में गुरुवार को यह घटना चर्चा का केंद्र बनी रही। लोग हत्या और शव को दूसरी जगह फेंके जाने की संभावनाओं पर विचार-विमर्श करते नजर आए।