✒️ परवेज अख्तर / एडिटर इन चीफ
जम्मू-कश्मीर बॉर्डर पर पाक गोलीबारी में शहीद हुए वसिलपुर के रामबाबू सिंह
शादी के कुछ ही महीने बाद शहादत, गांव में पसरा मातम, गर्व से भरे परिजन
बुधवार को राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
बिहार के सीवान जिले के निवासी आर्मी जवान रामबाबू सीमा पर पाकिस्तान की गोलीबारी में शहीद हो गए। इसी साल फरवरी महीने में उनकी शादी हुई थी। सोमवार को शहादत की खबर मिलते ही वसिलपुर गांव में मातम पसर गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरा शोक जताते हुए परिजनों को 50 लाख रुपये की सम्मान राशि देने की घोषणा की है। साथ ही पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की व्यवस्था की जाएगी।
रामबाबू का बचपन से ही सपना था कि वह देश सेवा करें। 2017 में वे मात्र 19 वर्ष की उम्र में भारतीय सेना के आरटी ब्रिगेड में शामिल हो गए थे। शहीद जवान के करीबियों का कहना है कि उनके भीतर देशभक्ति के बीज बचपन से ही थे। उनके कई दोस्त भी सेना और पुलिस में हैं।
शहीद की पत्नी अंजली शादी के बाद अपने मायके धनबाद में रह रही थीं। सोमवार को सेना के संपर्क से पहले उन्हें शक हुआ कि कोई साइबर फ्रॉड कॉल आया है। बाद में जब रामबाबू के बड़े भाई अखिलेश को सेना ने जानकारी दी, तो पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
बुधवार को उनका पार्थिव शरीर विशेष विमान से पटना लाया जाएगा। इसके बाद सड़क मार्ग से उनके पैतृक गांव वसिलपुर लाया जाएगा, जहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। स्थानीय प्रशासन और सेना के अधिकारी अंत्येष्टि में शामिल होंगे।
वसिलपुर गांव में दिनभर शोक की लहर बनी रही। हर गली में सन्नाटा पसरा था और हर आंख नम थी। दूर-दूर से लोग शहीद के अंतिम दर्शन को पहुंच रहे हैं। गांव के लोग कह रहे हैं – “रामबाबू अब अमर हो गए, उनका बलिदान सदियों तक याद रखा जाएगा।”